२६/११ की विरासत
अ नेशनल त्रिबुते,सलुते माय ग्रेट वोर्रिओर्स
भारत माता के सपूतों को सलाम ......
ना भूतो ना भविष्यो ..... मिलेंगे ऐसे नौजवान .....धरती अम्बर था उनका आसमां
हार गयी बन्दुक लेकिन ,उनकी हिम्मत कभी ना हारी....
न्योछावर हुई उनकी जवानी इस देश क खुली आजादी के लिए ...
बचाया ताज को बनकर एक "सरताज "...
छोड़ दी साँस प्राण नहीं...
छोड़ा अपनोंको,लेकिन "अपनापन" नहीं...
वो जिन्दा है अभी एक विरासत बनके ...
कहने को दिल से ....
अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों ....
मेरी दुनिया ,ज़िन्दगी,मेरे अपने आपके लिए अर्पण साथियों.....
ये आतंक नहीं मेरी परीक्षा थी ,लढाई तो आपको खेलनी है !
बदूक नहीं उठाई तो गोलिया हमको झेलनी है !
----सचिन धनुरे(सगध)
जो शहीद हुए है उनकी जरा याद करो क़ुरबानी
ऐसी प्रेरणा हर बच्चे में हो ऐसे बच्चे हम है जो उनकी विरासत है...
हर माता-पिता में हो जो बच्चे को वीर बनाये ....
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